शब्दों का कारवाँ
Friday 23 January 2015
भगवान की बिक्री / रामधारी सिंह "दिनकर"
लोगे कोई भगवान? टके में दो दूँगा।
लोगे कोई भगवान? बड़ा अलबेला है।
साधना-फकीरी नहीं, खूब खाओ, पूजो,
भगवान नहीं, असली सोने का ढेला है।
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