दर्द इसलिए है क्यूंकि शायद तबियत ने आज मुझपर शक्ति प्रदर्शन किया है मगर मैंने भी यही जाना है की कुछ भी हो जाए हारना नहीं है, और मैंने अपने सारे ज़रूरी काम पूरे किए है और अब आप सब के लिए ब्लॉग लिख रहा हूँ. सोच रहा हूँ की क्यों ना आज आराम करूँ, मगर एक नियम है की प्रतिदिन ब्लॉग लिखना है और वो कैसे छोड़ दूँ, सो आज भी एक ब्लॉग है और ऐसा जिसमे मेरा दर्द भी है और ब्लॉग लिखने की शक्ति भी. चलिए अब आराम करता हूँ, ताकि पूरे सप्ताह कार्य कर सकूँ.
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