Wednesday 10 September 2014

श्वेता बासु का गुनाह क्या?


श्वेता बासु, जी हाँ ये वो नाम है जिससे इस वक़्त हर कोई नफरत कर रहा है, जिसपर फब्तियां कसने से कोई बाज़ नहीं आ रहा है. सबको लगता है की गलती उसकी ही है, जो वो जिस्मफरोशी के धंधे में गई. मगर क्या वाकई?

वो एक जुझारू लड़की थी, और है. उसने जब भी काम किया अच्छा ही किया, फिर चाहे वो डरना ज़रूरी है में आशु का किरदार हो, या वाह! लाइफ हो तो ऐसी में श्वेता का किरदार, या मकड़ी, या इक़बाल. वो एक ऐसी अभिनेत्री है जिन्हे नेशनल अवार्ड मिल चुका है, मगर लोगों को इसकी परवाह कहाँ? उन्हें तो बस कोई मिल गया है, जिसपर वो फब्तियाँ कस सकें, और उसपर से हमारे देश की मीडिया, जो एक लड़की की तबाह हुई आबरू को और तबाह करने पर तुला है.

कमाल की बात है, की ऐसे समय में जब मीडिया को शहनशीलता दिखानी चाहिए, तो उसने एक इतना घटिया तरीका इख्तियार किया है, जिसके कारण एक अच्छी भली अभिनेत्री, आज इस दलदल में फंस गई. जानता हूँ की कई तथाकथित 'बुद्धिजीवी' और 'विचारक' और हो सकता है आप भी इस बात को हज़म ना कर पाए की एक लड़की ने अगर ऐसा किया तो हम उसका समर्थन कैसे करें? मगर सोचिए, की क्या उसने ऐसा जानबूझकर किया? नहीं, वो उसने इसलिए किया क्यूंकि उसके ऊपर ज़िम्मेदारियाँ थी, परिवार की, और अपनी खुद की, और उनको निभाने के लिए उसने ऐसा किया.

जब उसको काम की ज़रुरत थी, और उसके इतने शानदार अभिनय के बावजूद उसको काम दिया नहीं गया, पर देखो आज, जब इसके कारण हुई समस्याओं का ज़िक्र हुआ है, तो सबकी ज़बाने बित्ता भर की लम्बी हो गई है, हर कोई लांछन लगा रहा है.

गर है हिम्मत तो उन लोगों के नाम भी उजागर करो, जो अय्याशी करने और अपनी वासनाओ को पूरा करने के लिए आते थे. है हिम्मत तो उनको भी अरेस्ट करो, मगर वो तो होगा नहीं. उनके परिवार वालों को भी दिखाओ की उनके अपने क्या करते थे. उनके भी नाम उछालो, उनको भी दिखाओ, मगर ये कर पाना पुलिस के लिए नामुमकिन है, क्यूँकि वो होंगे मोती पैसे वाली पार्टियां, जिन्होंने गरम कर दी होंगी कानून वालो की मुट्ठियाँ, और अब सब कुछ उस एक लड़की पर आकर टिक गया है.

शर्म आती है सोचकर, की हमें किसी की उड़ती और निस्तोनाबूत होती आबरू को सुनने का और उसपर कसीदे/फब्तियाँ कसने में बड़ा मज़ा आता है. मैं पूछता हूँ की कहाँ है वो तथकथित फेमिनिस्ट और सोशल वर्कर्स , 'शबाना आज़मी','आमिर खान' 'प्रियंका चोपड़ा' 'रानी मुख़र्जी' और कुछ अन्य भी जिनके नाम याद नहीं. उम्मीद है की सिर्फ ढिंढोरा या ढकोसले बाजी करने से अच्छा है की उसकी मदद करो.

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