Friday 2 January 2015

पी के का विरोध क्यों?


जो लोग इस वक़्त फिल्म का विरोध कर रहे है उन्हें ये समझना चाहिए की ये एक फिल्म है, सिर्फ एक फिल्म जिसमे आपकी रूढ़िवादी सोच और दकियानूसी भरे खयालातों से पर्दा हटाने की कोशिश की गयीहै, मगर हम हिंदुस्तानी है, और ख़ास तौर पर इंसान है, इसलिए हमें कोई भी अच्छी बात या परिवर्तन हमेशा ही बुरा लगता है.

पहले पहल तो हमें ये समझने की ज़रुरत है की इस फिल्म में सिर्फ उस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया गया है, जिसके तहत आपको आपकी रूढ़िवादी सोच को बदलना पड़े, मगर हम हैं की धाक के तीन पात ही रहना चाहते है. हमें कभी भी सही चीज़ें पसंद नही.

उस फिल्म में कहाँ आपके किसी भी भगवान या खुद या किसी और धर्म की अवहेलना की गई, मगर कुछ धूर्त लोग है जो इस फिल्म के बारे में दुष्प्रचार कर रहे है. ज़रुरत है की वो मूर्ख लोग इस फिल्म को देखें और इतने अद्भुत मैसेज को देखे और समझे।

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